शिवरात्रि व्रत पूजा हर महीने की कृष्ण पक्ष में चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. जिसे मास शिवरात्रि कहते हैं
फाल्गुन कृष्ण पक्ष में चतुर्दशी के दिन महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है, मान्यता है इस दिन शंकर जी और पार्वती जी का विवाह संपन्न हुआ था. इस वर्ष चतुर्दशी तिथि 13 फरवरी, 2018 को रात्रि 11:34 को प्रारंभ हो रही है जो कि त्रयोदशी तिथि से युक्त है और 14 फरवरी को रात्रि 12:46 तक है.
इस वर्ष 13 फरवरी, 2018 को विद्वानों, ऋषि मुनियों और पढ़ने वाले बालक-बालिकाओं को करना चाहिए, क्योंकि यह दिन त्रयोदशी तिथि और प्रदोष व्रत से युक्त है. अतः यह व्रत प्रदोष व्रत में मान्य होगा न कि शिवरात्रि में मान्य होगा, क्योंकि इस दिन निशा काल तक त्रयोदशी तिथि है.
दूसरे दिन 14 फरवरी को चतुर्दशी उदया तिथि से प्रारंभ हो कर रात्रि कालीन 12:46 तक है, अतः इस दिन प्रदोष बेला में चतुर्दशी तिथि प्राप्त हो रही, जिस समय से निशा पूजन का विधान प्रारंभ होता है. इस दिन महाशिवरात्रि का व्रत एवं पूजन करना हितकर है.
ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय